हिंदी विभाग की शुरुआत सन् 1984 में महाविद्यालय की स्थापना के साथ हुई। महाविद्यालय में इस समय हिंदी विभाग में डॉ. राधा वर्मा तथा डॉ. रीना डोगरा दो सहायक आचार्य कार्यरत है। विभाग मुख्य हिंदी पाठयक्रम के अतिरिक्त वाणिज्य एवं कला स्नातक पाठ्यक्रमों के विर्द्यािर्थयों को अनिवार्य हिंदी तथा जेनेरिक हिंदी पाठयक्रम भी पढाता है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित विभाग की ’हिंदी समिति’ तथा ‘ साहित्य परिषद’ समय समय पर विभिन्न गतिविधियों ( मौलिक लेखन, भाषण- कला) का आयोजन करती रहती हैं। प्रतिवर्ष प्रकाशित होने वाली महाविद्यालय पत्रिका ‘ अभय ज्योति’ के हिंदी अनुभाग के लिए विभाग लेखन एवं संपादन कार्य में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करता है। अध्ययन,अध्यापन, मौलिक लेखन की स्वस्थ परंपरा हिंदी विभाग में है। विभाग का उद्देश्य विद्यार्थियों का संपूर्ण विकास करना है, जिसे वह निरंतर साकार करने का प्रयास करता है।
हंदी विभाग में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित ’हिंदी समिति’ तथा ‘ साहित्य परिषद’ समय-समय
पर विभिन्न गतिविधियों ( मौलिक लेखन, भाषण-कला) का आयोजन करती रहती हैं। ये समितियां सत्र में आयोजित
गतिविधियों का संचालन और देख-रेख करती हैं।